एसटीएफ कमांडो की शारीरिक परीक्षा में 70 सिपाहियों बिहार के हुआ फेल
एसटीएफ में कमांडो बनने की सिपाहियों में ख्वाहिश तो है पर कईयों का शारीरिक दमखम उस स्तर का नहीं है l सिपाहियों ने ताकत लगाई पर वह नाकाफी साबित हुआ l 28 वर्ष से कम उम्र होने के बावजूद कई समान एसटीएफ द्वारा तय मापदंड पर खरे नहीं उतर पाए l दिसंबर और जनवरी में हुई शारीरिक परीक्षा में शामिल करीब 40% जवान इसमें पास नहीं है l जबकि जवान अपनी मर्जी से परीक्षा में शामिल हुए थे l
बीएफ में नई बहाली नहीं होती प्लीज में l जवानों को ही एंटी ऐप के लिए चुना जाता है सितंबर 8 जनवरी में एसटीएफ ने शारीरिक परीक्षा का आयोजन बिहार सैन्य पुलिस 5 केhttps://allsarkariexams.com परिसर में किया गया थाl इसके लिए जिला और विभिन्न पुलिस इकाइयों से 200 से अधिक सिपाहियों शामिल हुए l पर 127 ही इस शारीरिक परीक्षा को पास कर पाए l बाकी के जवान एंटी ऐप द्वारा तय मापदंड पर खरा नहीं उतर पाए l दौड़ में अधिकतर सिपाही बाहर हो गए l
एसटीएफ ने चेन के लिए खरा इम्तिहान
स्टेप में बनाने के लिए जो पैमाना होता है उससे मुताबिक सिपाहियों को 800 और एक 100 मीटर की दौड़ लगानी होती है l 800 मीटर की दौड़ 2 मिनट 40 सेकंड और एक 100 मीटर की दौड़ 14 सेकेंड में पूरा करना होता है l बात सिर्फ दौड़ से नहीं बनती l जवानों को बारी-बारी से बगैर रुके 30 सीट अब और इतने ही पुश अप करने होते हैं l 10 चीन अप एक बार में लगाने पड़ते हैं
28 वर्ष से ज्यादा की उम्र सीमा नहीं
ऐसा नहीं है कि एसटीएफ में शामिल होने के लिए किसी भी आयु वर्ग के सिपाहियों को मौका दिया जाता है l एसटीएफ ने जो रखा है वह 28 वर्ष तक के सिपाहियों को लिए बहुत कठिन नहीं है l बावजूद इसके 200 से अधिक सिपाहियों में मात्र 127 ही इसे पूरा कर पाए l
शारीरिक परीक्षा में फेल
– बिहार पुलिस के 70 से अधिक जवान मापदंड को नहीं कर पाए पूरा
– एसटीएफ में कमांडो के चयन के लिए आयोजित की गई थी शारीरिक परीक्षा
– सिपाहियों ने अपनी इच्छा से लिया था भाग, पर पास हो गया 127 ही
– ऐप में बहाल होने के बाद अलग से दी जाएगी 2 महीने की ट्रेनिंग
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महीने की ट्रेनिंग
एसटीएफ के लिए चयनित हुए जवानों को नए सिरे से ट्रेनिंग दी जाती है l यह ट्रेनिंग 2 महीने का होता है l इसके बाद इसे एनपीएस में कमांडो की वजह मिलती है l वही बात में इन्हें ग्रेहाउंड में भी प्रतिक्षण दिलाया जाता है